आज्ञा
भगवान कभी आज्ञा नहीं देते, वे सिर्फ बताते हैं ।
इसमें आज्ञा भंग होने का ड़र भी नहीं रहता ।
आज्ञा देना आसान है, मनवाना बहुत कठिन, मांगना बहुत सरल है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
भगवान कभी आज्ञा नहीं देते, वे सिर्फ बताते हैं ।
इसमें आज्ञा भंग होने का ड़र भी नहीं रहता ।
आज्ञा देना आसान है, मनवाना बहुत कठिन, मांगना बहुत सरल है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
This is very far sighted thought…indeed very good.
If i co-relate with my experience in Job–“In jobs we get formal authority to give orders by virtue of our Post/Promotion however to get them executed by Juniors/others we have to earn our respect .Nobody else can give it to us formally ..
Rgd
Manu