Month: April 2011
उपयोग
एक जीव के एक काल में, 5 मिथ्यात्व में से, 1 का ही उदय होता है, 6 इन्द्रियों (5 + मन) में से, एक इन्द्रिय
संगति
सोना जलता नहीं, अशुद्धि ही जलती है, पर अशुद्धि के सम्पर्क में आकर सोने को भी तपना पड़ता है। आचार्य श्री विद्यासागर जी
आयु/गति बंध/कदलीघात
जिस समय आयु का बंध होता है, उस समय गति का बंध भी आयु के अनुसार ही होगा। मिथ्यात्वी के चारों गतियों का बंध संभव
विचारधारा
गुरू के पास पहली बार एक विदेशी पहुँचे जिनको अध्यात्म में बहुत रुचि थी, गुरू से बहुत प्रभावित भी हुए । थोड़ी देर में गुरू
३६/६६
‘३६’ की आयु में अपने और पराऐ यदि उल्टे लगें तो आपत्तिजनक नहीं है । पर ‘६६’ के होने पर तो सब एक से लगने
अपशब्द
तुमने गाली क्यों दी ? उसने पहले मुझे गाली दी, इसलिये मैंने उसे दी। जिनकी पाचन शक्ति कमज़ोर होती है वे अपशब्दों का प्रयोग करते
उद्वेलन प्रकृतियाँ
आहारक-द्विक, सम्यग्मिथ्यात्व, सम्यग्प्रकृति, देवगति, देवगत्यानुपूर्वी, नरकगति, नरकगत्यानुपूर्वी, वैक्रियक-द्विक, उच्च गोत्र, मनुष्य गति, मनुष्य गत्यानुपूर्वी । आहारक-द्विक की संयत से असंयत को प्राप्त होने पर उद्वेलना
Name/Fame
Name – भविष्य में होता है (प्रायः मरने के बाद), Fame – वर्तमान में होता है। (Name का क्या महत्व ? तब तक तो आप
महावीर जयंती
आज के दिन ही भगवान महावीर का जन्म हुआ था । जब भगवान छोटे थे, उनके साथी उनसे मिलने आए तो महावीर की माँ से
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