Month: September 2012

उत्तम मार्दव

मान का उल्टा यानि कोमलता और विनयशीलता । मान के रूप – होने और ना होने, दोनों में मान आता है । ( वैभव आदि

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उत्तम क्षमा

आज का दिन उत्तम क्षमा का है । धर्म की शुरूआत क्षमा से ही होती है – सब जीवों को मैं क्षमा करता हूँ, सब

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धर्म

धर्म दो प्रकार का है – 1. उधारी का – मान्यताओं पर आधारित 2. नकदी का – अनुभवों/Practicals पर अधारित तय करें – हम कौन

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विकल्प

करोड़ो ज्ञानियों का एक ही विकल्प होता है, जबकि एक अज्ञानी के करोड़ों विकल्प होते हैं । (धर्मेंद्र)

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विहायोगति

विहायोगति नामकर्म का उदय त्रस जीवों के पर्याप्त अवस्था में ही होता है । तत्वार्थसूत्र टीका – पं पन्नालाल जी

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Optimist

A pessimist is one who makes difficulties of his opportunities, and an optimist is one who makes opportunities of his difficulties.

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गुरू

“गु” से अन्धकार, “र” से नाश। “गुरू” जो अन्धकार का नाश करे।

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लक्ष्मी

लक्ष्मी उसी के गले में वरमाला पहनाती है,जो उसे नहीं चाहता।

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Answerable

We are answerable to only two people in life – ख़ुद और ख़ुदा (Dr. Amit)

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तप

समुद्र का खारा पानी पीने योग्य नहीं, जब तपता है तब मीठा बनकर जीवन में बहार ला देता है । आचार्य श्री विद्यासागर जी

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मंगल आशीष

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