Month: November 2012
Maturity
When a person hurts you, you should try to understand his situation rather than hurting him back. (Mr. Dharmendra)
दु:ख/सुख
दु:ख छोड़ना आसान है, सुख छोड़ना कठिन । ठंड़ से घबराकर कमरे में आना आसान, ठंड़ में कमरे से बाहर जाना कठिन । आचार्य श्री
ज़रूरत/कमी
हमेशा सब की ज़रूरत रखो, पर कभी किसी की कमी नहीं। क्योंकि.. ज़रूरत तो कोई भी पूरी कर सकता है, पर कमी कोई पूरी नहीं
Company
If you laugh loud, talk spontaneously, do not care what your face looks like. Then you are in the best company. (Dr.P.N.Jain)
सिद्ध भगवान में परिणमन
सिद्ध भगवान में परिणमन द्रव्य (जीव) की अपेक्षा अगुरुलघु गुण से होता है, पर हम उसे समझ नहीं सकते । ज्ञान में, शीशे की तरह
ईश्वर
हमें उस ईश्वर का हर वक्त शुक्रिया करते रहना चाहिये, जो बर्दाश्त से ज़्यादा दुख तो नहीं देता, मगर उम्मीद से ज़्यादा सुख ज़रूर देता
वाद-विवाद
अपनों के साथ ऐसी बहस मत करो कि, बहस जीत जाओ और अपनों को हार जाओ । (श्री श्रेयांस भैया)
Time
When we don’t understand the lessons at the right time, Life makes us understand the same lessons at a wrong time. (Mr. Arvind)
वक्त
अच्छे वक्त की एक बुराई होती है, कि वो एक दिन चला जाता है ; और बुरे वक्त की एक अच्छाई होती है, कि वो
दीपावली
हम लक्ष्मी के स्वागत में सजावट करते हैं/दीप जलाते हैं/पटाखे चलाते हैं(पर भूल जाते हैं-प्रदूषण को,अहिंसा को) दीपावली दो महान कार्यों के लिये मनायी जाती
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