Month: November 2012
Mind
When mind is weak, situation is a problem. When mind is balanced,situation is challenge. When mind is strong, situation is an opportunity. (Dr. S. M. Jain)
धनतेरस
धनतेरस को जैन आगम में धन्य-तेरस या ध्यान-तेरस भी कहते हैं । भगवान महावीर इस दिन तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिये योग
धर्म/अधर्म द्रव्य
धर्म/अधर्म द्रव्य लोकाकाश के आगे क्यों नहीं फैले ? उनका आकार इतना ही है । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
Prayer
Pray God by heart… Not by Habit… To Open your ‘EYE’… Close your ‘I’… (Mr. Sanjay)
ज़िंदगी
दो दिन की ज़िंदगी है, इसे दो उसूलों से जिओ – रहो तो ‘फूलों’ की तरह… और बिखरो तो ‘खुश्बू’ की तरह । (श्री धर्मेंद्र)
Confidence
For any success If there is a way… “I will Find It”, & If there is no way… “I will Make It”. Great Chankya –
अहिंसा धर्म
एक Non-Veg लेने वाले आध्यात्मिक प्रकृति के वकील ने कहा – अहिंसा धर्म मानने वाले अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं । जिन मतों में
अभिमान
श्रीमति राधाबाई* ने एक दिन बहुत अच्छी मालिश की । मैंने उसकी बहुत प्रशंसा कर दी, तो बाई नाराज़ हो गयी । कारण ? बाई
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