Month: December 2012

वर्तमान

वर्तमान मे जीना ही समझो “मन का स्थिर होना है” । आचार्य कहते हैं… सारी योजनायें छोड़ दो, मात्र वर्तमान का अनुभव करो । जो

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Judgement

If you do not know, ask me. If you do not agree, argue with me. But do not start judging me silently. (Mr.Dharmendra)

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नरकों में बिल

पहले नरक में 30 लाख से घटते हुये सातवें नरक में 5 बिल रह जाते हैं । कुल 84 लाख बिल होते हैं । श्री

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प्रसिद्धि

अपनी प्रसिद्धि पाने के लिये, भूतकाल के लोगों का जीवन चारित्र पढ़ें, वर्तमान के लोगों के साथ सत्संग करें, आप भविष्य के प्रसिद्धि बन जायेंगे

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सुख

ढ़ाई वर्षीय तनुशा बड़ों के साथ बैठी थी । उसके छोटे नाना धार्मिक चर्चा कर रहे थे । तनु बोर हो रही थी । बड़ों

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मंगल आशीष

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December 4, 2012

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