Month: April 2013
संस्कृति
April 4, 2013
पूर्व की संस्कृति : कम में संतुष्टि पश्चिम की संस्कृति : अधिक से असंतुष्टि चिंतन
घर/आश्रम
April 3, 2013
घर को आश्रम बनायें, पर आश्रम को घर ना बनायें आचार्य श्री विद्यासागर जी
भवविपाकी
April 2, 2013
जिन प्रकृतियों का फल भव-विशेष में ही होता है । यथार्थत: आयुकर्म की चारों प्रकृतियों को ही भवविपाकी माना है परन्तु गति नामकर्म, आयुकर्म का
Priority
April 2, 2013
Decide your priorities in life, rest every thing works around them. Do not regret later since it was your prioritisation. (Mr.Sumant S.)
Karma
April 1, 2013
Nature runs a restaurant called “Karma”. Where you need not to place any order…. You are served automatically what “You” have cooked. (Dr. Nikita)
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