Month: May 2013

Faults

A wise man is one who forgets the faults of others and remembers his own. (Mr. Sanjay)

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शरण

पेड़ की छाया (शरण) Temporary है, पतझड़ में नहीं । संसारी शरण ऐसी ही है ।

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परिवर्तन

परिवर्तन तो आवश्यक है क्योंकि – अनुभवों के साथ जीवन को लगातार बेहतर बनाना चाहिये, यदि गैंहूँ में बदलाव नहीं किया तो उसमें घुन लगेगा

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Present

What you do today is important because you are exchanging a day of your life for it. (Mrs.Ekta)

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संग्रह

स्वागत सबका, संग्रह किसी का भी नहीं। मुनि श्री प्रमाणसागर

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Mother

A mother is one who can take the place of all others, but whose place no one else can take. Happy Mothers day. (Dr. S.

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प्रमत्त की अवधि

इस गुणस्थान में यदि एक मुहूर्त रह लिया तो नियम से मिथ्यात्व में चला जायेगा । श्री जैनेन्द्रसिद्धांत कोश – 4/130

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नीति/अनीति

नीति से चपरासी बनना भी मंज़ूर होना चाहिए, अनीति के साथ चक्रवर्ती बनना भी उचित नहीं । गुरुवर मुनि श्री क्षमासागर जी

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कर्म

एक ही चीज है जो भगवान से भी नहीं ड़रती । वह है कर्म, भगवान को भी सहने पड़ते हैं ।

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मंगल आशीष

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May 23, 2013