Month: May 2013
Perfection
May 5, 2013
You may not be perfect in many things, but many things cannot be perfect without you. Stay special in your little ways. (Mr. Pranjal)
समझाना/निंदा
May 4, 2013
समझाना – एकांत में, अच्छे उद्देश्य से, निंदा – सबके सामने, बुरे उद्देश्य से ।
धर्म/अधर्म
May 3, 2013
धर्म जब आरामतलबी की ओर बढ़ने लगता है, तब अधर्म की ओर मुँह कर लेता है । चिंतन
क्षयोपशमिक सम्यग्दर्शन
May 2, 2013
अनंतानुबंधी चतुष्क, मिथ्यात्व और सम्यक् मिथ्यात्व, इन 6 प्रकृतियों का उदयाभावी क्षय और आगामी काल में आने वाले इन्हीं के स्पर्धकों का सदवस्थारूप उपशम तथा
Loss
May 2, 2013
We can only lose something that we have, but we can not lose something that we are. (Mr. Sanjay)
त्याग
May 1, 2013
एक सत्संगी भाई ने सपना देखा – एक गुंड़े ने उनकी ज़ेब से धूप का चश्मा निकाल लिया । उनकी आंख खुल गयी, वे विचार
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