Month: September 2013
Standard
There is so much stress & dissatisfaction in life, because we focus too much on good living standards, rather than living with good standards.
गिरना
किसी व्यक्ति ने सांई से पूछा – बाबा आप बड़े हैं, फिर भी नीचे क्यों बैठते हो ? नीचे बैठने वाला कभी गिरता नहीं है
वक़्त
इंसान ने वक़्त से पूछा – मैं हार क्यों जाता हूँ ? वक़्त ने कहा – “धूप हो या छाँव हो, काली रात हो या
Life
Only message is not life, but … our life should be a message to others. (Mr. Arvind Barjatya)
ज़िंदगी
ज़िंदगी पल-पल ढ़लती है, जैसे रेत मिट्टी से फिसलती है । शिकवा कितने भी हों फिर भी हर पल हंसते रहना, क्योंकि ये ज़िंदगी जैसी
जीत
ज़िंदगी में हर जगह हम “जीत” चाहते हैं, सिर्फ फूल वाले की दुकान ऐसी है जहाँ हम कहते हैं “हार” चाहिये । हम भगवान से
Change
The most important quality of successful people is their willingness to change…. (Mr. Arvind Barjatya)
घमंड़
इंसान को घमंड़ नहीं करना चाहिये, क्योंकि शतरंज की बाजी खत्म होने के बाद राजा और मोहरे एक ही ड़िब्बे में रख दिये जाते हैं
दान/परोपकार
हमारा तो बस वह है जो हम किसी को देते हैं, जैसे दान/परोपकार । किसी से छीना हुआ हमारा कैसे हो सकता है ? गुरू
Ego
Human beings are very strange. They have ego of their knowledge but, they don’t have knowledge of their ego. (Mr. Arvind Barjatya)
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