Day: September 2, 2013
ज़िंदगी
September 2, 2013
ज़िंदगी एक अभिलाषा है, अज़ब इसकी परिभाषा है । ज़िंदगी क्या है मत पूछो यारो, संवर गयी तो जन्नत और बिखर गयी तो तमाशा है
ज़िंदगी एक अभिलाषा है, अज़ब इसकी परिभाषा है । ज़िंदगी क्या है मत पूछो यारो, संवर गयी तो जन्नत और बिखर गयी तो तमाशा है
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