Month: February 2014
मित्र
जो बुराई में आपका साथ दे वो आपका मित्र नहीं हो सकता । किसी का साथ देना ही मित्रता का गुण नहीं है अपितु किसी
Happiness
Making everyone happy is not in our hands, but Being happy with everyone is in our hands. “Live your life… love your life.”
परमाणु में गमन
मंदगति से परमाणु एक समय में – एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश तक गमन करता है तथा तीव्र गति से एक समय में चौदह राजू
संग्रह
सबसे ज्यादा संग्रह मनुष्य ही करता है, चाहे वह चंदा हो या धन दौलत/परिग्रह । पाप/पुण्य का भी मनुष्य योनि में ही अधिकतम संग्रह होता
ज्ञान/आचरण
खराब आचरण से खुद को नुकसान होता है । गलत ज्ञान से पूरे समाज को, क्योंकि ज्ञान दूसरों को परोसा जाता है । आचार्य श्री
Dreams
If u fail to achieve your dreams…. Change your ways, not your principles. As tree changes their leaves, but not roots. (Dr. Nikita)
बेईमानी
बेईमानी का नकली सिक्का थोड़े दिन ही चलता है पर ईमानदारी की शक्ल में ही चलता है । देखा जाये तो ईमानदारी ही चलती है,
कर्तव्य
दो मुख्य कर्तव्य – “एक जीव की जीविका, दूजा जीव उद्धार” । कैद में पड़े इस जीव को भोजन तो जरूरी है सो जीविका, पर
Problem
Every problem has (n+1) solutions, where n is the number of solutions that you have tried and “1” is that you have not tried.
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी में कुछ खोना पड़े तो ये दो लाईन याद रखना….. जो खोया है उसका गम नहीं, लेकिन जो पाया है वो किसी से कम
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