Day: April 5, 2014

बंध

मोह (दर्शन मोहनीय से मिथ्यात्व, चारित्र मोहनीय से अविरति, प्रमाद, कषाय) तथा योग से ही बंध होता है । पाठशाला

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अपनापन

जिसमें याद ना आए वो तन्हाई किस काम की, बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की ? बेशक इंसान को ऊँचाई तक जाना

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मंगल आशीष

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April 5, 2014