Month: August 2014
सहनशीलता
परवश में बहुत कुछ सहन करते हैं, स्ववश में कुछ भी नहीं, तो परभव (भविष्य) में बहुत कुछ परवश सहन करना पड़ेगा। मुनि श्री विश्रुतसागर
Time
A Big difference between Money and Time. You always know how much money you have. But you don’t know how much time you have..!! “Always
दु:ख
ग्वालियर के गुलाबजामुन तथा गुलाब नर्तकी प्रसिद्ध हैं । गुरू – घर घर के दु:ख तो एक ही नाम से हैं बस रूप अलग अलग
संतोष
सब कुछ होने पर और और का भाव ना होना – मध्यम कुछ कम होने पर भी संतोष रहे तो उत्कृष्ट । बाई जी
भोगभूमियों में अवगाहना
जघन्य भोगभूमि में मनुष्य 1 कोस का ( मध्यम में 2, उत्तम में 3) तो हाथी 2 कोस का, पर छोटी अवगाहना वाले जानवर मनुष्य
कर्मफल
कर्म अपना फल ब्याज सहित देते हैं । क्योंकि वर्तमान के कर्म उसमें Addition कर देते हैं । ब्याज भी चक्रव्रद्धि, क्योंकि पहले Addition के
आस्था/धर्म
आस्था/धर्म ऐसा जुआ है जिसमें खोने को कुछ भी नहीं है पर जीत गये तो वारे न्यारे, Homeopathy दवा है जिसके side effect कुछ भी
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