Day: February 4, 2015
आलोचना
February 4, 2015
आलोचना करना तो छूटेगा नहीं, दूसरे की करोगे तो पाप लगेगा, करना ही है तो अपनी करो ताकि पाप कटें । मुनि श्री कुंथुसागर जी
आलोचना करना तो छूटेगा नहीं, दूसरे की करोगे तो पाप लगेगा, करना ही है तो अपनी करो ताकि पाप कटें । मुनि श्री कुंथुसागर जी
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