Day: July 18, 2015
कीर्ति
July 18, 2015
आचार्य श्री का इतना यश इसलिये है क्योंकि उन्होंने कभी किसी की निंदा नहीं की, प्रतिकार तक नहीं करते हैं । मुनि श्री कुंथुसागर जी
आचार्य श्री का इतना यश इसलिये है क्योंकि उन्होंने कभी किसी की निंदा नहीं की, प्रतिकार तक नहीं करते हैं । मुनि श्री कुंथुसागर जी
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