Month: July 2015
आदान-प्रदान
July 12, 2015
दूसरों को अपना पुण्य फल दिया तो जा सकता है, पर दूसरा ले तभी पायेगा, जब उसके पास अपने पुण्य हों । चिंतन
भक्ति
July 11, 2015
भक्ति, भगवान और भक्त के बीच दोनों को जोड़ने में, गोंद का काम करती है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
Learning
July 10, 2015
If you can learn from hard knocks, why you can’t learn from soft touches !
सुख
July 9, 2015
सुख प्राप्त करने की वस्तु नहीं, सुख वस्तु में है ही नही । यह तो पहचानने की चीज है । महाभारत
आदत
July 8, 2015
आदतें यदि समय रहते नहीं सुधारीं तो वे जरूरतें बन जाती हैं । ब्र. नीलेश भैया
छोटा / बड़ा
July 7, 2015
झरने से पूछा समुद्र जितने बड़े क्यों नहीं बन जाते ? झरना – मैं बड़ा होकर खारा नहीं बनना चाहता । (अरुणा)
Serving Persons
July 6, 2015
Quote on 1st page of Preventive Medicine- I keep six honest serving persons, they taught me all I know. Their names are- What Why When
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