Day: March 25, 2016

विड़म्बना

इंसान भी कैसा अजीव है …! जीते समय सोचता है कि कभी मरुँगा नहीं, मरते समय लगता है जैसे कभी जीया ही नहीं । (सुरेश)

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मंगल आशीष

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March 25, 2016