Month: November 2016

नोकर्म और निमित्त में अंतर

नोकर्म – कर्म-बंध में सहकारी, निमित्त – व्यापक, कारण – जिसके बिना कार्य न हो, जैसे क्षायिक सम्यग्दर्शन के लिए, केवली के पाद-मूल ।

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लिबास

जहाँ बिल्लियों का आना जाना हो, वहाँ दूध को ढ़ककर/सँवारकर रखना चाहिये ।

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पाप / पुण्य

पापी से पापी कुछ पुण्य तो करता ही है, तभी तो पेट भरता है/अपने बच्चों पर दया करता है ।

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वृद्ध

वो जिनके गुण वृद्ध (अधिक) हों, या गुणों में वृद्धि को प्राप्त हों । क्षु. श्री ध्यानसागर जी

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परिवार

परि + वार = जिसमें चारों तरफ से वार होता रहता है ।

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Life

A man looked through his window and saw a sick person being taken in ambulance. He said, Thank GOD I’m not sick. The sick man

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प्रदेश/प्रदेशी

प्रदेश – क्षेत्र की इकाई, प्रदेशी – कितना स्थान घेरता/घेर सकता है । जीव असंख्यात प्रदेशी तथा लोक के असंख्यातवें भाग में ही रहता है

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मंगल आशीष

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November 30, 2016

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