Month: December 2016
वेदनीय उदय
असाता का उदय उत्कृष्ट 33 सागर (7 नरक), साता का 6 माह (सर्वाथसिद्धि तक में ) ।
Wrong
Always look for What’s Wrong, before looking for, Who’s Wrong. (Dr.Amit)
ऊर्जा
बच्चे खेल-कूद में अपनी ऊर्जा को लगाते हैं, गृहस्थ संतान उत्पत्ति में, साधक, ध्यान की एकाग्रता में । क्षु. श्री ध्यानसागर जी
परोपकार
संसार में दो प्रकार के वृक्ष हैं…. प्रथम ???? अपना फल अपने आप दे देते हैं – उदाहरण :- आम, अमरुद, केला इत्यादि … द्वितीय
संसार / मुक्ति
घोंसला बनाने में कुछ यूँ मशग़ूल हो गए….. उड़ने को पंख थे हम ये भी भूल गए……….! (धर्मेंद्र)
बड़े लोग
बड़े लोगों से मिलने में सदा फ़ासला रखना क्योंकि नदी समंदर से मिलने के बाद नदी नहीं रहती….!! (सुरेश)
तीर्थंकर बंध
चारों प्रकार के सम्यग्दर्शन (द्वितियोपशम में भी) के साथ तीर्थंकर प्रकृति का बंध हो सकता है ।
रहमत
हम सब को बहुत सी रहमतें बख्शी जिसमें से तीन ये हैं : 1. अनाज में कीड़े पैदा कर दिए , वरना लोग इसे सोने
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