Day: October 30, 2017
क्षपक श्रेणी
October 30, 2017
इसे माढ़ते समय अनुभाग – पुण्य प्रकृतियों का उत्कृष्ट तथा पाप प्रकृतियों का कम; स्थिति – पाप प्रकृतियों की कम तथा पुण्य प्रकृतियों की भी
सुख,दु:ख और धर्म
October 30, 2017
दु:खी ना होना ही, सुखी होना है । सुखी रहना ही धर्म है । (धर्मेंद्र)
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