Month: November 2017
किस्मत / महनत
November 22, 2017
यूँ ही नहीं होतीं हाथ की लकीरों के आगे उँगलियाँ, रब़ ने भी किस्मत से पहले महनत लिखी है ।
शरीर और आत्मा
November 21, 2017
नौ द्वारन का पींजरा, तामै पंक्षी मौन ! रहत अचम्भा जानिये, जावत अचरज कौन !!
ज़िंदगी
November 20, 2017
ज़िंदगी पर ड़ाल दी जिसने हकीकत की नज़र, ज़िंदगी उसकी बेहकीकत हो गयी ।
निष्काम
November 17, 2017
साइकिल चलाने से ज्यादा कठिन है, धीरे चलाना और सबसे कठिन है एक स्थान पर रोके रखना, इसके लिये बहुत प्रयास करना होता है ।
सम्यग्दर्शन/ज्ञान
November 16, 2017
सम्यग्दर्शन कारण रूप है, तथा सम्यग्ञान कार्य रूप । पुरूषार्थसिद्धिउपाय – गाथा – 33
बुराई छोड़ना
November 16, 2017
जब संसार ही छूटना अनिवार्य है, तो बुराई छोड़ने में कठिनाई क्यों ?
भक्ति और संगीत
November 15, 2017
भक्ति में संगीत, भावों की बढ़ोतरी में सहायक है; पर संगीत में अटकें नहीं/भावों को भूलें नहीं । चिंतन
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