Day: February 7, 2018
निद्रा
February 7, 2018
साधुजन साहूकारों जैसी निद्रा लेते हैं – अल्प और जागरूक । साहूकार अपनी निधि की रक्षा हेतु जागरुक रहता है, साधु आत्मरूपी अमूल्य निधि की
काललब्धि
February 7, 2018
इसको आगे बढ़ने में व्यवधान सांत्वना की दृष्टि से कहा है (जब कोई व्यहल हो रहा हो) । मुनि श्री विनिश्चयसागर जी
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