Day: February 19, 2018
सम्मूर्च्छन मनुष्य
February 19, 2018
इनकी योनियों के प्रकार बहुत ज्यादा होते हैं क्योंकि इनकी संख्या भी अन्य मनुष्यों की अपेक्षा बहुत ज्यादा होती है । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
जीवन से प्रेम
February 19, 2018
जीवन से प्रेम तो साधू ही करते हैं क्योंकि वे उसकी क़ीमत जानते हैं/सुख में रहते हैं । भिखारी/दुखी के मरने पर सब संतोष करते
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