Month: February 2018
भक्ति का प्रभाव
गाना जल्दी जल्दी गाओ तो आनंद नहीं आता । भक्ति का प्रभाव इसलिये नहीं हो रहा क्योंकि हम जल्दी-जल्दी निपटा रहे हैं, भाव सहित नहीं
दुष्टों की आयु
भवनवासी देवों में सबसे अधिक आयु, असुर जाति के देवों की होती है, जिनका स्वभाव नारकियों को लड़ाने का होता है ; जबकि दूसरे भवनवासियों
सपने
सपने चाहे दिवा के हों या रात्रि के, दोनों निद्रा टूटने पर छूट जाते हैं ।
बहुश्रुत/प्रवचन भक्ति
बहुश्रुत – जिनवाणी के बहुज्ञाता = उपाध्याय प्रवचन – भगवान के वचन = जिनवाणी, इनकी भक्ति करना । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
धर्म
1. प्रणाम सबको, पर यथायोग्य 2. मैं-मैं नहीं, तू ही तू आचार्य श्री विद्यासागर जी
अगुरुलघु
शरीर को अति भारी/हलका नहीं होने देता । अन्य पुदगलों में भी यही गुण पैदा करता है । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
निस्पृहता
बच्चे रेत में बड़ी मेहनत से घरौंदे बनाते हैं, उन्हें प्रेम भी करते हैं, किसी को छूने भी नहीं देते हैं; पर चलते समय ख़ुद
उपयोग
शाम की लाली जो अंधकार में बदलती है – अशुभोपयोग, सुबह की लाली जो सूर्य के प्रकाश में बदलती है – शुभोपयोग, सूरज का प्रकाश
निद्रा
साधुजन साहूकारों जैसी निद्रा लेते हैं – अल्प और जागरूक । साहूकार अपनी निधि की रक्षा हेतु जागरुक रहता है, साधु आत्मरूपी अमूल्य निधि की
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