Month: September 2020

तीसरी पर्याय

आत्मा + कर्म = नया रूप/अर्थांतर तीसरी पर्याय जैसे H2 + O = जल इसमें ना तो H2 दिखती है ना ही O, है तो

Read More »

कुत्ते की पूँछ

कुत्ते की पूँछ सीधी करने का तरीका – कुत्ते को बेस्वाद/कम भोजन दो (कमजोर हो जायेगा, पूँछ लटक जायेगी ) । मन/ विकारों को नियंत्रित

Read More »

विग्रह/ऋजु गति

विग्रह गति में जीव छहों दिशाओं में जा सकता है, जबकि ऋजु गति में सिद्ध भगवान, ऊर्ध्व दिशा में ही जाते हैं । निधि-मुम्बई

Read More »

रात्रि में कुल्ला

ना तो रात्रि में कुल्ला करें और ना ही बिना कुल्ला करे मंदिर में बोल कर अर्घ चढ़ायें (दुर्गंध न फैलायें) मुनि श्री सुधासागर जी

Read More »

देवों में सम्यग्दर्शन

देवों में सम्यग्दर्शन का निमित्त जिनबिम्ब-दर्शन नहीं है । कारण ? (जो साक्षात भगवान को देखते रहते हैं, उनको बिम्ब इतना प्रभावित नहीं कर सकते)

Read More »

निर्विकल्प

विचार का चूहा, मन के पटल पर, उभरना चाहे, बिल से झाँके, ध्यान की बिल्ली, निश्चल पाषाणवत्, दृष्टि बिल पर केंद्रित, ताक में बैठी, घात

Read More »

साता / असाता

दोनों एक ही माँ (वेदनीय) की बेटियाँ हैं, फिर एक प्रिय, दूसरी अप्रिय क्यों ? शीत में … साता – कंबल ओढ़ कर कपकपी है,

Read More »

सब्र

जिसमें सब्र है, वही तो शबरी है…. और जो शबरी हो गया, उसे ईश्वर तक नहीं जाना पड़ता, अपितु स्वयं ईश्वर उसके द्वार पर आया

Read More »

निर्यापक

श्री प्रवचनसार की चूलिका में लिखा है कि संघों में निर्यापक की व्यवस्था रहती है, जो अन्य मुनियों/आर्यिकाओं/ ब्रम्हचारीओं को शिक्षा/प्रायश्चित आदि देते हैं ।

Read More »

ज़िन्दगी का रहस्य

ज़िन्दगी का यह एक बहुत बड़ा रहस्य है… हम जानते हैं कि हम किसके लिए जी रहे हैं, लेकिन ये कभी नहीं जान पाते कि

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

September 10, 2020

September 2020
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930