Day: January 11, 2022
भाग्य / पुरुषार्थ
January 11, 2022
आदिनाथ भगवान के आंगन में कल्पवृक्ष बाकी थे, पर उन्होंने तीर्थंकर-राहत-कोष से किसी को कुछ नहीं दिया बल्कि षट-कर्म सिखाये। देव भाग्य भरोसे, 12 योजन
भाग्य / पुरुषार्थ
January 11, 2022
“समय से पहले और भाग्य से अधिक किसी को कुछ नहीं मिलता” यह नीति है, सिद्धांत नहीं क्योंकि सिद्धांत तो सब पर लागू होता है,
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