Day: April 23, 2022

पुदगल-परावर्तन

नोकर्म-बंध के हेतु – शरीर/प्रियजन। कर्म-बंध तो भीतर चल रहा है। नोकर्म-बंध टूटे तो कर्म-बंध टूटे, कर्म-बंध टूटे तो नोकर्म-बंध छूटे। इस तरह पुदगल-परावर्तन दो

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तुलना

तुल्य: जो तौला जा सके। किस अपेक्षा से? दूसरे के पद/धन/रूप आदि की अपेक्षा। अपने अतुल्य को पहचानो! दो अतुल्यों को कैसे तौल पाओगे?

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मंगल आशीष

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April 23, 2022