Day: May 31, 2022
परिषह-जय
May 31, 2022
वेदना को सहना, प्रतिकार नहीं करना परिषह-जय है । वेदना कम करने के लिये भगवान से प्रार्थना करना भी परिषह-जय में कमी है । आचार्य
सत्य
May 31, 2022
वैसे तो सत्य अखंड है पर व्यवहार चलाने में खंडित हो जाता है जैसे सत्य यह है कि रोटी पूर्ण होती है पर माँ खंडित
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