Month: July 2022
हिंसा / अहिंसा
ऋषभदेव भगवान ने तलवार चलाना सिखाया, हिंसकों से रक्षा हेतु । महावीर भगवान ने तलवार छुड़वायी, अहिंसकों को और अधिक अहिंसक बनाने हेतु (मुनियों की
पूछताछ
ग्वालियर स्टेशन पर एक व्यक्ति Enquiry कर रहा था – आगरा जाने वाली गाड़ियाँ कितने-कितने बजे है। फ़िर झाँसी जाने वाली ट्रेनों के बारे में
मन
मन पौद्गलिक है। इसलिये मन पर पौद्गलिक बेहोशी की दवा/नशीले पदार्थ/शब्दों – अच्छे, बुरे/सपनों का प्रभाव होता है। मनोवर्गणायें कमज़ोर होने पर गुरुवचन/मनोवैज्ञानिकों के Motivation,
ऊब
Routine काम करते-करते उनको ऊब नहीं आती जो अपने काम में डूब जाते हैं। डूब कर काम करने से नये-नये उत्साह का संचार होता है/नये-नये
षटगुणी हानि/ वृद्धि
समझ में आना कठिन है। जिनवाणी/आगम पर विश्वास करके बस इतना समझें – लगातार…अनंत/असंख्यात/संख्यात हानि/वृद्धि, व्यय/उत्पाद। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
मिटाना
मिट जाते हैं, मिटाने वाले; लाश कहाँ रोती है ! रोते हैं जलाने वाले । (N.S.Jain)
सजीव-दर्शन
आज जिन-दर्शन करते समय भगवान का श्वासोच्छ्वास नज़र नहीं आ रहा था। फिर समझ में आया कि श्वासोच्छ्वास नज़र तो समवशरण में भी नहीं आता
निंदा
जब निंदा करना ग़लत है, तो स्वयं की निंदा करने को क्यों कहा ? ताकि मद न आये, साथ-साथ अपनी प्रशंसा पर भी रोक ज़रूरी;
अरति
दूसरे में (मन, वचन, काय से) अरति (Disliking) पैदा करना, ये विरति/विरक्त्ति नहीं है । अरति में लेने के भाव तो होते हैं, पर ऐसे
कंजूस / मितव्ययी
कंजूस अनुपयोगी, फिजूलखर्ची दुरुपयोगी, मितव्ययी सदुपयोगी। उदारता तब आयेगी, जब आपकी आसक्त्ति कम होगी। आसक्त्ति कम तब होगी, जब आप सम्पत्ति/ जीवन की नश्वरता को
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