Month: June 2024

अर्हम्

“अ” ⇒ अशरीरी। वर्णमाला की शुरुवात ‘अ’ से ही। “र्” ⇒ अग्नितत्व (“र्” बोलने से अग्नि पैदा होती है। हमारे विकारों को जलाने) “ह” ⇒

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अभिनय

ईश्वरचंद विद्यासागर एक नाटक देख रहे थे। कलाकार स्टेज पर लड़की के साथ अभद्रता का अभिनय निभा रहा था। विद्यासागर से देखा नहीं गया। उन्होंने

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लेश्या वाले जीव

शुक्ल लेश्या वाले जीव … सबसे कम (असंख्यात)। पद्म लेश्या वाले ………….शुक्ल वालों से असंख्यात गुणे। पीत लेश्या वाले ……….. पद्म वालों से असंख्यात गुणे।

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गौरव

स्कूल में एक लड़‌का बहुत शैतान था, फेल होता रहता था। उसके दादाजी को बुलाया गया। वे उसे लेकर अपनी खानदानी हवेली दिखाने ले गये।

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कर्म / जीव

कर्म निर्जीव, सजीव को नचाता कैसे है ? जैसे अलार्म बजने पर सजीव नाच जाता है। हालांकि अलार्म भरा जीव ने ही है। नाचना/ न

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व्यवहार

क्या करें, रिश्तेदारी निभाने में धर्मध्यान में बहुत व्यवधान होता है !…..अंजू मैं अकेले में आहार 1/2 घंटे में ले लेती हूँ। संघ के साथ

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16 बार स्त्री

अधिकतम 2000 सागर की त्रस पर्यायों में 16-16 बार स्त्री, पुरुष, नपुंसक बनने की यह उत्कृष्ट सीमा है। 16, 16 बार बनना ही पड़ेगा, ऐसा

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कर्म / आत्मा

कर्म और आत्मा में शक्तिशाली कौन ? यदि एक व्यक्ति की शक्ति दस व्यक्तियों से ज्यादा हो और दूसरे व्यक्ति की शक्ति तो बहुत कम

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नारियल

नारियल क्यों चढ़ाते हैं ? आचार्य श्री विद्यासागर जी –> नारियल सिर का प्रतीक है। घमंड के समर्पण का प्रतीक। महिलायें नारियल क्यों नहीं तोड़ती

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मंगल आशीष

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June 5, 2024