Day: October 12, 2024

चारित्र

भगवानों के वर्धमान चारित्र होते हैं। पंचमकाल में हीयमान। पर आचार्य श्री विद्यासागर जी के समय में तो वर्धमान दिख रहा है ? आचार्य श्री

Read More »

पुण्य / पाप

चोरी* करने की अनुकूलता/ कर पाना/ सफलता मिलना पुण्योदय से। चोरी करने में पाप-बंध। फल ? पापोदय जैसे असाध्य रोग/ दुर्गति/ गरीबी आदि। आर्यिका श्री

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

October 12, 2024