Month: December 2024
आलोचना / प्रतिक्रमण
क्या आलोचना/ प्रतिक्रमण नकारात्मकता नहीं लाते ? जीवन में सकारात्मकता/ नकारात्मकता दोनों महत्त्वपूर्ण हैं। सकारात्मकता हताश होने पर, नकारात्मकता जब पुण्योदय में मदहोश हो रहे
राग द्वेष
राग —> न रहे* तो रहा न जाए। द्वेष —> रहे** तो रहा न जाए। सारे युद्ध राग की वजह से ही हुए हैं। रावण
ज्ञान
चक्रवर्ती भरत ने भाई के ऊपर चक्र चलाया तो वह वापस आ गया। चक्र को ज्ञान था कि चक्र भाई पर नहीं चलाया जाता। हम
भगवान / हम
भगवान और हमारे रंगों में फ़र्क नहीं –> वे भी काले, हम भी। फ़र्क सिर्फ़ इतना है –> वे ऊपर से काले हैं (पार्श्वनाथ आदि),
ज्ञान से तप
ज्ञान से पदार्थों को जानना, दर्शन से पदार्थों का श्रद्धान, चारित्र से निरोध करना (कर्मों का), तप से शुद्ध होता है (कर्म रहित)। समणसुत्तं –
मतलबी संसार
एक व्यक्ति 30 तारीख को बहुत रो रहा था। कारण ? आज के ही दिन 10 साल पहले मेरे ताऊ जी मरे थे, मुझे एक
भाव / चरण / करण
भाव प्रधानता – 1 से 4 गुणस्थान में चरण प्रधानता – 5 से 7 प्रवृत्त्यात्मक चरण + करण प्रधानता – 7 गुणस्थान में करण प्रधानता
आत्मा
आत्मा में ज्ञान तो सबके है। पर महत्वपूर्ण है… क्या आपके ज्ञान में आत्मा है ? आर्यिका श्री पूर्णमति माता जी(25 सितम्बर)
भेद-विज्ञान
पता कैसे चले कि भेद-विज्ञान हो गया है ? पीड़ा में पीड़ित न होकर, जब उसे कर्म फल मानने लगें तो समझो भेद विज्ञान हो
अंतिम
देखते-देखते ही वर्ष का आरी महीना दिसंबर आ गया। ऐसे ही देखते-देखते अपने जीवन का अंतिम क्षण आ जाएगा। जैसे साल भर का लेखा-जोखा आखिरी
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