Month: March 2025
अभक्ष्य
अभक्ष्य खाने वालों को मोक्ष न जा पाने का भय बताना चाहिये ? नहीं, अभी वे शारीरिक/ मानसिक अवस्था में हैं। अभक्ष्य खाने से शारीरिक
Artificial intelligence
रामायण में बताया… लक्ष्मण 14 साल तक आंख खोल कर सो लेते थे यानी कोई भी मूमेंट हुआ तो उसे डिटेक्ट कर लेते थे। यह
पूजादि / गुरुभक्ति
पूजादि से संसारिक वैभव/ सामान्य इमारत। गुरुभक्ति से ऊँचा महल जिस पर चढ़कर मोक्षमार्ग मिलता है, पथप्रदर्शक गुरु मिलते हैं। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (शंका
भाव
जब तक गुरुओं के पास या मंदिर में रहते हैं, तब तक भावों में बड़ी विशुद्धता रहती है। जैसे ही बाहर आते हैं, विशुद्धता समाप्त
ज्ञान / दर्शन
ज्ञान तो बस ज्ञान होता है। इसे ग्रहण करने वाला सम्यग्दृष्टि या मिथ्यादृष्टि हो सकता है। मुनि श्री मंगल सागर जी
आर्यिका जी 105
आर्यिकाओं के आगे 105 जबकि मुनियों के आगे 108 क्यों ? आर्यिकाओं में मुनियों की अपेक्षा तीन गुण कम होते हैं – दिगम्बरत्व अस्नान खड़े
सभ्यता / संस्कार
सभ्यता जो सबके सामने दर्शायी जाए। जो प्राय: सभी लोग अच्छे से निभा लेते हैं। संस्कार अकेले में पता लगते हैं। जो आपका असली व्यवहार/
ख़ूबियाँ / ख़ामियाँ
पर्याय दृष्टि से ख़ामियाँ दिखती हैं। ख़ामियाँ बताने पर गौरवान्वित महसूस करें कि आपकी पर्याय को आदर दिया जा रहा है। द्रव्य दृष्टि से ख़ूबियाँ
घर
घर के मुख्य भाग हैं… ड्राइंग रूम, बेडरूम, किचन और स्टोर रूम। ड्राइंग रूम.. जहां पुरस्कार रखे जाते हैं लोगों को दिखाने के लिए। पुरानी
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