नियम
नियम इसलिये बने हैं ताकि हम बनें रह सकें….
लेकिन हो यह रहा है कि नियम तो बनते जा रहे हैं, लेकिन हम टूटते जा रहे हैं ।
गुरु मुनि श्री क्षमा सागर जी
नियम इसलिये बने हैं ताकि हम बनें रह सकें….
लेकिन हो यह रहा है कि नियम तो बनते जा रहे हैं, लेकिन हम टूटते जा रहे हैं ।
गुरु मुनि श्री क्षमा सागर जी
5 Responses
यह कथन बिलकुल सत्य है; नियम तो सब जगह बनते रहते हैं, लेकिन उसका पालन करना चाहिए; तभी आपका कल्याण होगा, न करने पर आपको सज़ा मिलती रहेगी ।
Then, what shall be done to follow rules without ourselves breaking?
विवेक-सहित नियमों का purpose ध्यान में रखते हुए, यदि नियमों काम पालन किया जाए, तो नियम भी पल जायेंगे तथा हम भी नहीं टूटेंगे ।
Okay.
यह कथन बिलकुल सही है… जब तक मां जिन्दा रहती है तब तक बच्चों में खुशियों भरी रहती हैं, मां के जाने के बाद खुशियां कम हो जाती है। शीशा का मतलब मां से है ।