Tag: दान
रिश्वत / कुपात्र दान
रिश्वत से पापबंध, कुपात्र दान से पुण्यबंध पर खोटा पुण्य, कुभोग मिलेगी । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
दान
यदि आप के चंद मीठे बोलों से किसी का रक्त बढ़ता है तो यह भी रक्त-दान है, यदि आप के द्वारा किसी की पीठ थपथपाने
दान / त्याग
दान में पुण्यबंध, त्याग में पुण्यबंध नहीं, इसमें तो शुद्ध होते हैं,पाप/पुण्य से परे जैसे मुनिराज । मुनि श्री सुधासागर जी
दान
अपने से अधिक पुण्यवान को देना, दान है; जैसे गुरुओं को आहार दान । कम पुण्यवान को तो सहायता/भीख दी जाती है । मुनि श्री
दान
क्षुल्लक श्री गणेशवर्णी जी को एक सेठ ने बढ़िया दुपट्टा लाकर दिया । अगले दिन वर्णी जी ने वह एक गरीब बच्चे को दे दिया
दान
महाराणा प्रताप ने जंगल में घास की चार रोटियाँ बनायीं, तीन कोई जानवर उठा ले गया । चौथी रोटी दान की थी, बच्चा तक भूखा
दान
पुरानी मिठाई घर ही रखे रहने से सड़ेगी, बदबू फैलाएगी । बाँटने में अपना भला ज़्यादा है । ऐसे ही अन्य परिग्रहों के बारे में
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