आचरण
पंचम काल के “अंतिम-धर्मात्मा” तीन साल साढ़े आठ माह पहले (पंचमकाल के अंत से) समाप्त हो जायेंगे ।
उत्तर पुराण 558
प्रश्न : अंतिम धर्मात्मा से क्या तात्पर्य ?
क्या उसके बाद लोगों में सद्गुण समाप्त हो जाते हैं ??
सद्गुण तो रहते हैं पर व्रती (देश/महा) समाप्त से तात्पर्य है, धर्म/धर्मात्मा समाप्त होना ।
चिंतन
One Response
पंचमकाल के अंत में इक्कीसवां कल्पी उत्पन्न होता है तब तक एक मुनि,एक आर्यिका,एक श्रावक और एक श्राविका शेष रह जाते हैं। अंत में अवधिज्ञान के द्वारा पंचमकाल का अंत जानकर चारों जीव समाधिपूर्वक देह को त्याग देते हैं। असुर जाति के देव क़ोध से भरकर अंतिम कल्पी को समाप्त कर देते हैं,इस तरह पंचमकाल पूर्ण होता है। अतः उपरोक्त परिभाषाओं से उक्त कथन दिया गया है, वह पूर्ण सत्य है।