इंद्रिय-विजय
आर्यिका श्री विज्ञानमती माताजी को आहार में इडली में तोरई डालकर दी गयी, पर उन्होंने उसे ग्रहण नहीं किया।
कारण ? दोनों चीज़ें भक्ष्य थीं, फिर भी नया स्वाद तो बन गया!
अंजू – कोटा
आर्यिका श्री विज्ञानमती माताजी को आहार में इडली में तोरई डालकर दी गयी, पर उन्होंने उसे ग्रहण नहीं किया।
कारण ? दोनों चीज़ें भक्ष्य थीं, फिर भी नया स्वाद तो बन गया!
अंजू – कोटा
One Response
इन्दिय विजय का तात्पर्य पांचों इन्द्रियों को ज्ञान, वैराग्य और उपवास आदि के द्वारा वश में रखना होता है। अतः उपरोक्त उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। इन्द़ियों पर विजय रखने से जीवन का कल्याण हो सकता है।