कर्म कटना/बंधना
कौन से कर्म बढ़ रहे हैं इसका पता कैसे लगे ?
क्रिया करने के बाद यदि सुकून/आनंद आ रहा है तो शुभ-कर्म बढ़ रहे हैं,
यदि आकुलता हो रही है तो अशुभ कर्म बढ़ रहे हैं ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
कौन से कर्म बढ़ रहे हैं इसका पता कैसे लगे ?
क्रिया करने के बाद यदि सुकून/आनंद आ रहा है तो शुभ-कर्म बढ़ रहे हैं,
यदि आकुलता हो रही है तो अशुभ कर्म बढ़ रहे हैं ।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
कर्म का तात्पर्य मन वचन काय के द्वारा प़तिक्षण कुछ न कुछ करना है,यह सब उसकी क़िया या कर्म है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि कौन से कर्म बढ़ रहे हैं,इसका पता लगाने के लिए यदि क़िया करने के बाद सुकून या आंनद आ रहा है तो शुभ कर्म बढ़ रहे हैं, यदि आकुलता आती है तो अशुभ कर्म बढ़ रहे हैं।