जीव— जो जानता देखता है उसे ही कहते हैं यानी वही जीवत्व कहलाता है। चेतना—अनुभव रुप भाव का नाम चेतना है या जिस शक्ति के द्वारा आत्मा ज्ञाता,दृष्टा या कर्ता/भोगता है, उसे कहते हैं। Reply
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जीव— जो जानता देखता है उसे ही कहते हैं यानी वही जीवत्व कहलाता है।
चेतना—अनुभव रुप भाव का नाम चेतना है या जिस शक्ति के द्वारा आत्मा ज्ञाता,दृष्टा या कर्ता/भोगता है, उसे कहते हैं।