मुनियों के प्रतिक्रमण में आँसू क्यों निकल आते हैं ?
प्रतिक्रमण मन, वचन, काय से करने को कहा है। आँसू निकलना काय से प्रतिक्रमण हुआ न !
आचार्य श्री विद्यासागर जी
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आचार्य श्री विघासागर महाराज जी ने प़तिक़मण का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। मुनियों के लिए तीन बार प़तिक़मण करना परम आवश्यक है। अतः श्रावकों को भी कमसे कम शाम को प़तिक़मण करना परम आवश्यक है।
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आचार्य श्री विघासागर महाराज जी ने प़तिक़मण का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। मुनियों के लिए तीन बार प़तिक़मण करना परम आवश्यक है। अतः श्रावकों को भी कमसे कम शाम को प़तिक़मण करना परम आवश्यक है।