परिंदे शुक्रगुजार हैं, पतझड़ के भी दोस्तो..
तिनके कहां से लाते, अगर सदा बहार रहती..!
(मंजू)
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2 Responses
यह कथन बिलकुल सत्य है।
आजकल बुरे समय में मनुष्य हिम्मत हार जाते हैं जब की उसका सामना करना चाहिए यह सब कमोॅ का खेल है उसे स्वीकार करना चाहिए। जानवर और परिन्दे भी बुरे समय में हिम्मत करके अपना रास्ता निकालने का प्रयास करते रहते हैं। मनुष्यों को परिन्दो से शिक्षा लेना चाहिए।
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यह कथन बिलकुल सत्य है।
आजकल बुरे समय में मनुष्य हिम्मत हार जाते हैं जब की उसका सामना करना चाहिए यह सब कमोॅ का खेल है उसे स्वीकार करना चाहिए। जानवर और परिन्दे भी बुरे समय में हिम्मत करके अपना रास्ता निकालने का प्रयास करते रहते हैं। मनुष्यों को परिन्दो से शिक्षा लेना चाहिए।
A very beautiful comment on “permanent optimism”.