भगवान के 34 अतिशयों में से एक है “अदया का अभाव” ।
उसकी वज़ह से ही 100 योजन तक हिंसा नहीं होती ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
Share this on...
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि जिनके मन में भगवान के भाव नहीं होते हैं वह कभी भी दया के भाव नहीं रख सकते हैं। अतः भगवान् के 34 अतिशयों में हैं अदया का अभाव होना। उसकी वजह से ही 100 योजन तक हिंसा नहीं होती है। अतः जीवन में भगवान् के प्रति मन में भाव होना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि जिनके मन में भगवान के भाव नहीं होते हैं वह कभी भी दया के भाव नहीं रख सकते हैं। अतः भगवान् के 34 अतिशयों में हैं अदया का अभाव होना। उसकी वजह से ही 100 योजन तक हिंसा नहीं होती है। अतः जीवन में भगवान् के प्रति मन में भाव होना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।