लक्ष्य
हमारे जीवन का लक्ष्य हल्का होने का होना चाहिये।
कर्मों से हल्का कैसे ?
नित्य हिसाब लगायें/Balance Sheet बनायें, कितने कर्म कटे/ कितने बंधे। अधिक-अधिक बांधते जाओगे/ भारी होते जाओगे तो नीचे-नीचे नरक/ कलकला में पहुँच जाओगे। काटते जाओगे/ हल्के होते जानोगे तो स्वर्ग/ मोक्ष तक पहुँच जाओगे।
मुनि श्री शीतलसागर जी
One Response
मुनि श्री शीतलसागर महाराज जी ने लक्ष्य का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में परमार्थ क्षेत्र का लक्ष्य बनाना परम आवश्यक है ताकि जीवन में जो बुराईयां है उनको दूर किया जा सकता है।