षट स्थान पतित/ वृद्धि
पतित वृद्धि दोनों एक साथ कैसे ?
योगेन्द्र
पहले अनंत भाग, फिर असंख्यात भाग, संख्यात भाग हानि, संख्यात गुणी वृद्धि, असंख्यात गुणी, अनंत गुणी वृद्धि।
क्रम को पतित कहा क्योंकि अनंत के बाद, असंख्यात, फिर संख्यात। वृद्धि में भी यही क्रम होगा।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (जीवकाण्ड- गाथा 322)
9 Responses
मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने षट स्थान पतित या वृद्धि का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।
Yahan par ‘पतित’ ka kya meaning hai, please ?
गिरावट/ वृद्धि का opposite.
That means ‘हानि’ aur ‘वृद्धि’, dono me hi kam se zyaada hoga, right ?
सही ।
Okay.
‘Upsham’ bhi tabhi sambhav hoga, na ?
उपशम से Link कैसे किया?
Sorry Uncle. Kuch confusion ho gaya tha.