संस्कार दो प्रकार के…
1. पूर्व जन्मों के
2. वर्तमान के
पहचानें कैसे ?
यदि अपराध, सहजता/ स्वेच्छा से तो पूर्व के संस्कार।
परवश/ संगति से, वर्तमान के संस्कार निमित्त।
चिंतन
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One Response
चिंतन में संस्कार का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में वर्तमान में ऐसे संस्कार लेना परम आवश्यक है ताकि जीवन में किसी प्रकार का दाग नहीं लगे। अतः पूर्व जन्म के संस्कार काटना चाहिए ताकि अगले जन्म में काटने की आवश्यकता न रहे ।
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चिंतन में संस्कार का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में वर्तमान में ऐसे संस्कार लेना परम आवश्यक है ताकि जीवन में किसी प्रकार का दाग नहीं लगे। अतः पूर्व जन्म के संस्कार काटना चाहिए ताकि अगले जन्म में काटने की आवश्यकता न रहे ।