अवगुणों से गुण-ग्राहिता
सामने वाले के गलत क्रम में लगे बटनों को देखकर अपने बटन चैक करना, ताकि हंसी के पात्र न बन जाएं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
सामने वाले के गलत क्रम में लगे बटनों को देखकर अपने बटन चैक करना, ताकि हंसी के पात्र न बन जाएं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि गुणों से गुण ग़ाहिता होती है, लेकिन अवगुणों से भी उसका अनुभव लिया जा सकता है। ऐसा न हो कि अवगुणों से हंसी के पात्र बन जाओ ।