मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने आराम या का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में आराम की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि भगवान् एवं मुनियों से जुडने की आवश्यकता है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। Reply
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने आराम या का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में आराम की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि भगवान् एवं मुनियों से जुडने की आवश्यकता है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
राम आयेंगे तब ही,
करें, राम सम काम।
दूर भगोगे सत्य से,
कभी न आएं राम।।