कर्मफल
केटली में पानी जग से भरते हैं, पर निकलता टोंटी में से है, धीरे धीरे देर तक ।
(कर्मफल तो एक साथ बंधता है, पर फलित देर तक होता है ।)
आचार्य श्री विद्यासागर जी
केटली में पानी जग से भरते हैं, पर निकलता टोंटी में से है, धीरे धीरे देर तक ।
(कर्मफल तो एक साथ बंधता है, पर फलित देर तक होता है ।)
आचार्य श्री विद्यासागर जी