भारत
भारत में वह है जो विश्व में कहीं नहीं ।
बाहर की भौतिकता को देखकर आँखें खुली रह जाती हैं,
भारत में आकर आँखें बंद हो जाती हैं (भक्ति में, वीतरागी की अर्धमुदी आँखों को देखकर )
आचार्य श्री विद्यासागर जी
भारत में वह है जो विश्व में कहीं नहीं ।
बाहर की भौतिकता को देखकर आँखें खुली रह जाती हैं,
भारत में आकर आँखें बंद हो जाती हैं (भक्ति में, वीतरागी की अर्धमुदी आँखों को देखकर )
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
उक्त कथन सत्य है कि भारत में जो भारतीय संस्कृति है वह विश्व में कहीं नहीं मिलती है क्योंकि भारत आध्यात्मिकता के लिए प़सिद्व है। जबकि विश्व की भौतिकता वाली संस्कृति को देखकर आंखें खुली रह जाती हैं। विश्व के लोगों जब भारत आते हैं तो उनकी आंखें बंद हो जाती हैं क्योंकि यहां की वीतरागी की अर्धमुखी मुद़ा देखकर चकित हो जाते हैं।